Blog- Savlivdrops

माननीय अभिताभ बच्चन शतायु हों I अक्सर सुनने में आता है कि अभिताभ जी का लीवर केवल पच्चीस प्रतिशत कार्य कर रहा हैI आप उनकी सक्रियता देखते हैं ही, उनको भी लीवर सिरोसिस है , ऐसा  सुनने में आता है I जब कोई मरीज जो कि सिरोसिस से पीढ़ित है और उसे asitis के लक्षण यानि कि पेट में पानी भरने लगता है तो विद्वान चिकित्सक उसको उसकी आयु बताने लगते हैं कि अब आपकी केवल तीन मास ,या छः मास या एक साल आयु शेष है I ऐसे मरीज जब मुझसे बात करते हैं तो मैं उनसे मजाक में पूछता हूँ कि आपने क्या उन चिकित्सक महोदय से पूछा कि आपकी कितनी आयु शेष है I मरीज मुस्कराने लगता है

हानि लाभ , जीवन मरण , यश अपयश विधि हाथ  ऐसा रामचरित मानस में संत श्री तुलसी दास जी ने कहा है

मृत्यु तो कटु सत्य है जिसने तो होना ही है , लेकिन कोई किसी की मृत्यु की भविष्यवाणी नहीं कर सकता I पिछले दिनों मैं जब मुंबई गया तो मेरे एक मरीज के पुत्र श्री सतीश खरप ने कहा मैं आपको इसलिए सम्मान देता हूँ ,क्योंकि आपके कारण मैं अपनी माता जी के साथ सात वर्ष अधिक रह पाया और आगे बताया कि जिस समय savlivdrop मुझे प्राप्त हुई थी उस समय डॉक्टर ने केवल आधे घंटे की उनकी आयु बतायी थी I

इसी प्रकार की घटना तब घटी जब मैं अपने पुत्र से मिलने के लिए देहरादून गया I क्योंकि मैं राष्ट्रीयस्वयं सेवक संघ का स्वयमसेवक हूँ इसलिए देहरादून आने पर राष्ट्रीयस्वयं सेवक संघ के प्रांतीय  कार्यालय पर अवश्य जाता हूँ I  मैंने वहाँ पर परम पूजनीय डा o नित्यानंद जी को गुरु रामरॉय मेडिकल कोलेज से वापिस कर कह दिया था कि अब इनकी स्रेवा कार्यालय पर ही कर लें I डा o नियानंद जी मेरे मार्ग द्रष्टा रहे थे I उनकी स्थिति अत्यंत नाजुक थी Iउनके हाथ पैरों में सुजन कहना तो उचित न होगा बल्कि पानी भरा हुआ था I सब कुछ कार्य पलंग पर ही हो रहा था I उनको तकियों का सहारा देकर बैठा रखा था और एक स्वयंसेवक   उन्हें दलिया खिला रहा था I जब स्वयं सेवक दलिया खिलाकर कमरे से बाहर आये तो मैंने उन्हें SAVLIV DROPS दी और   डा o साहब को प्रतिदिन देने का आग्रह किया I और मैं वापिस गया I

मैं पुन : तीन पश्चात् गया तो पालथी मार कर बैठे हुए डॉoसाहब बैठे अपने हाथ से दलिया खा रहे थे उस समय डाoसाहब की आयु लगभग 92 वर्ष की थी i इस घटना के पश्चात् डॉo साहब ने लगभग दो वर्ष का जीवन चलते फिरते व्यतीत किया और इसके पश्चात् दो माह पूर्व  वे हम सब से विदा लेकर वह कर्म योगी इस संसार से विदा हो गया I इसी कारण से मेरा कहना है कि कोई किसी की आयु नहीं बता सकता  चाहे वह डॉक्टर हो या ज्योतिष I