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आज के समय में मिलावट की समस्या आम हो चली है , बाज़ार में किसी  भी शुद्ध खाद्य पदार्थ का उपलब्ध होना काफी मुश्किल है I इसके अतिरिक्त चारोंओर जंक फ़ूड ही जंक फ़ूड , रहने खाने के तरीके ही बदल गए हैं , थाली में फाइबर फ़ूड गायब हो चूका है I बाज़ार में उपलब्ध मिल का आटा बिल्कुल चोकर या फाइबर रहित है I इसी के कारण दिन प्रति दिन लीवर से सम्बंधित बीमारियों के रोगी बढ़ते ही जा रहे है I लीवर को रुग्ण करने में शराब अलकोहल, सिगरेट एवं औषधियों के दुस्प्रभाव भी कारक कम नहीं हैं I

यूँ तो प्रारंभ में जब लीवर की कोई बीमारी प्रारंभ होती है तो कोई विशेष परेशानी नहीं होती I मुख्यत प्रारम्भ में भूख ,गैस एसिडिटी , कब्ज आदि साधारण से लक्षण दिखायी देते हैं I जिन्हें हम अनदेखा करके ध्यान नहीं देते I इन साधारण समस्याओं के समय जब आप अपने लीवर के टेस्ट करवायेगे तो सब नार्मल होंगे लेकिन समस्या बनी रहेगी I जब लीवर कुछ अधिक बीमार होगा तो फिर लीवर फंक्शन टेस्ट में एंजाइम जैसे S.G.P.T, S.G.O.T,G.G.P.T, Alkaline phosphate, Serum Bilirubine आदि बढ़ने लगते हैं I

इस स्थिति में उचित  निदान और उपचार के अभाव में रोग  बढ़ने लगता है I अल्ट्रा साउंड करवाने पर लीवर का साइज़ बढ़ा हुआ आता है जिसको हेपेटाइटिस भी कहते हैं I धीरे धीरे लीवर के काम करने की क्षमता घटने लगती है और लीवर प्रोटीन का पाचन नहीं कर पाता तो एकदम वजन घटना प्रारम्भ हो जाता है जो कि प्रोटीन टेस्ट में दिखाई देता है I प्रोटीन इसका लेवल      7 नार्मल होता है , इसके दो अवयव होते हैं I 1. एलबुमिन 2. ग्लोब्लिन I  लीवर की बिमारियों में एल्ब्यूमिन घटने लगता है और ग्लोब्लिन बढ़ने लगता है I जो लीवर बढ़ा हुआ आता था  अब कोर्स्र इकोटेचर, इरेगुलर सरफेस   या सिकुढ़ा हुआ आने लगता है i यह लीवर की भयानक बीमारीका रूप ले लेता है  और मरीज के पेट में पानी भरने लगता है , डॉक्टर मरीज की आयु की घोषणा करने लगते हैं कि अब तुम्हारी आयु इतने  .....सीमित समय की शेष है i इलाज केवल लीवर ट्रांसप्लांट ही बचा हैI 

उपचार में मरीज को रेस्ट देना और परहेज करवाना हॉस्पिटल में एडमिट मुख्य उद्देश्य होता है i मरीज को यह लगता रहे कि मेरा उपचार बहुत अच्छे तरीके से हो रहा है , प्रतिदिन टेस्ट करवाये जाते हैं और उसकी जेब पर डांका डाला जाता है I यदि पेट में पानी बढ़ जाता है वह सुई लगाकर निकाल दिया जाता है , जिससे मरीज के पेट में कुछ तनाव काम होकर आराम मिलता है I

SAVLIV drops  उपरोक्त सभी परिस्थितियों में काम करती है I

  1. यह पेशाब को बढ़ाकर पेट में भरे हुए पानी को कम करने लगती है I
  2. नए पानी को बनने से रोकती है
  3. सीरम बिलिरुबिन के लेवल को कम करती है I
  4. एल्ब्यूमिन लेवल को बिना बाहर से चढ़ाये धीरे धीरे बढ़ाती है I
  5. ग्लुब्लिन लेवल को सही कर ए जी रेश्यो को बढ़ाती है I